INDIA के विधि और न्याय मंत्रालय के तहत आने वाला भारतीय विधि आयोग भारत में कानूनी सुधारों और उनके क्रियान्वयन के लिए जिम्मेदार है। भारतीय संविधान
द्वारा निर्धारित निर्देशों के अनुसार लोकतांत्रिक कानूनी सुधारों के लिए स्वतंत्र भारत का पहला विधि आयोग सन् 1955 में स्थापित हुआ था। विधि आयोग बनाने का प्रमुख उद्देश्य भारतीय संविधान की धारा 372 के तहत मान्यता प्राप्त पूर्व संविधान कानूनों में बदलाव करना था।
पिछले कुछ सालों में भारत में इंटरनेट और प्रौद्योगिकी के विकास से खिलाडि़यों की नई लीग आई है। भारतीय गेमर अब बाजार में उपलब्ध नवीनतम विडियो गेम और पीसी गेम उत्पाद में हाथ आजमाने से नहीं घबराते हैं, जिसने भारत के गेमिंग उद्योग को बढ़ाने में बहुत मदद की है। अब तक हालांकि भारत के गेमिंग बाजार में गैर-भारतीय खिलाडि़यों, जैसे सोनी और माइक्रोसाॅफ्ट का बोलबाला है जिन्होंने अपने लिए खास बगह बनाई है। बाजार में अभी कुछ सबसे अच्छे गेमिंग उत्पाद मौजूद हैं, जैसे सोनी का पीसी3, माइक्रोसाॅफ्ट का गेम क्यूब और निन्टेंडो। इन गेमों को बहुत हाइप के साथ लाॅन्च किया गया था और उन्हें गेमर का भरपूर ध्यान भी मिला। भारत में एक्सबाॅक्स 360 के बिक्री के आंकड़े बहुत अच्छे भले ही ना हो पर माइक्रोसाॅफ्ट के प्रतिद्वंद्वियों और गेमिंग में विश्वास ना रखने वालों को भी इसने बहुत आकर्षित किया। भारतीय गेम डेवलपर्स भी ऐसी रणनीति बनाने में लगे हैं कि वे विदेशी खिलाडि़यों को अगले दशक में टक्कर दे सकें। इंडिया गेम्स.काॅम आॅनलाइन गेम खेलने वालों का केन्द्र है।
कई लोगों के लिए उनके सपनों का भारत एक ऐसी जगह है जहां सबके लिए समान मौके हैं। प्रतिभाशाली लोगों के लिए तरक्की के सभी अवसर हैं चाहे उनकी जाति, लिंग या आर्थिक और सामाजिक स्तर कुछ भी हो। देश में विभिन्न सामाजिक स्तर के लोगों में आर्थिक असमानता की कमी भी कई लोगों का सपना है। काफी लोगों के लिए भारत के पाकिस्तान और अन्य देशों के साथ मैत्रीपूर्ण संबंध प्राथमिकता है तो जो लोग गरीबी रेखा के नीचे हैं उनके लिए जीवन स्तर सुधारना ही एकमात्र चिंता है। भारत में सही अर्थों में लोकतंत्र तभी होगा जब राजनीति से जातिवाद, वोट बैंक की राजनीति, भाई भतीजावाद और अपराधीकरण दूर हो। कई लोगों के लिए तो यही भारत उनके सपनों का भारत है। सामाजिक कार्यकर्ताओं का सपना ईमानदार नौकरशाही है, वहीं जल्दी न्याय और न्यायिक सक्रियता भी कई लोग चाहते हैं।
यदि कोई भारत आए बिना भारत का अनुभव करना चाहता है तो उसे भारतीय रेस्तरां में जाना चाहिये। भारतीय व्यंजनों की विविधता और स्वाद की व्यापक रेंज सिर्फ इसी भोजन में है। भारतीय व्यंजनों का एक पहलू जो विदेशी लोग पसंद करते हैं वो है उसका तीखा मसालेदार और स्वादिष्ट होना। हालांकि पश्चिम में कम मसालेदार भारतीय भोजन भी बहुत लोकप्रिय है। भारत के बाहर स्थित कुछ प्रसिद्ध भारतीय रेस्तरां में ग्लासगो का इंडिया क्वे रेस्तरां, हनोवर का इंडिया क्वीन, बोस्टन का इंडिया क्वालिटी, न्यू जर्सी का इंडिया हाउस रेस्तरां और टेक्सास का इंडिया ओवन भी शामिल है।
भारतीय रक्षा की क्षमता विश्व में चैथे नंबर पर आंकी गई है और दुनिया की दूसरी सबसे बड़ी सेना है जो कि स्वयंसेवकों से बनी एकमात्र सेना है। सेना में अनिवार्य भर्ती से सशक्त होने के बावजूद भारत सरकार को कभी इस विकल्प की आवश्यकता नहीं पड़ी, फिर चाहे पाकिस्तान या चीन के साथ युद्ध का समय ही क्यों ना हो। राष्ट्रपति ही भारतीय सशस्त्र बल जिसमें थल सेना, वायु सेना और नौसेना शामिल हैं का सुप्रीम कमांडर होता है। भारत में सशस्त्र सेना पिछले 60 सालों में हर युद्ध के बाद बहुत सशक्त हुई है। वर्तमान भूराजनीतिक संदर्भ में भारत के सामने बाहरी और आंतरिक सुरक्षा दोनों मुद्दे हैं और भारतीय सशस्त्र बल उनका सामना करने में सक्षम है।
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